सारा ब्रह्माण्ड, कुच कर दुनिया, मौत का भय दिखा लोगो को
खोज निकाला रावण का शव ,
ढुन्ढ निकालेंगे सीता को भी ,
छुपे हुए हनुमान आएंगे,
कलि कलयुग को डरायेंगे .
बाप बेटा बदल गया हैं,
लोग भी बदल जायेंगे ,
लोग भी बदल जायेंगे ,
अभी तो थोडा ही भरा हैं,
खाली घड़ा अब निकल पड़ेगा .
खाली घड़ा अब निकल पड़ेगा .
घडी छा गई हैं, बिनाश कि ,
काल रात्रि आएगा ,
पुण्य छोड़ कर , पाप यहाँ पर ,
तड़प तड़प मर जाएगा .
1 टिप्पणी:
bahut achha bache. keep it up.
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